Hindi Shayri-अपने जज़्बात दफ़न किए बैठे हैं.

अपने जज़्बात दफ़न किए बैठे हैं. दिल के अरमान छुपाए बैठे हैं.
तक गये हैं अपनी इश्स ज़िंदगी से. अब मौत का इंतेज़ार किए बैठे हैं. 

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